जरूरी ये नही की प्यार आपको आशानी से मिल जाए कभी कभी उसके काबिल भी बनना पड़ता है , तो कभी भाग्य फैसला करता है ।
मै रवि चौधरी delhi लाजपत नगर के kfc में काम करता था सच कहु तो collage और काम एक साथ करना बहुत मुश्किल है पर पापी पेट के लिए जो करे सो थोडा । my work to help customers so some time its very hard to tackle but job is job . No matter what and how much your situation bad .. first complete your work then after your personal needs .. और इसी तरह जीवन चल रहा था ।
आज काम करते खाफी थक गया अचानक
मै टेबल के पास से गुजर रहा था तभी कही से मसाला मेरी आँख में आकर गिर गया , मसाला काफी तेज था जिस कारन मेरी आँख जलने लगी और मुझे दिखना बन्द सा हो गया मुझे कुछ समझ नही आ रहा था की मै क्या करुँ तभी मेरी नजर कुछ लाल रंग के कपड़े पर गई और मैने जल्दी से उसे खीच कर अपनी आँखे साफ़ करने लगा । जब आँखे साफ़ हुई और कुछ धुंधला 2 सा नजर आया तो मै देखकर हैरान हो गया की सारे लोग मुझे देख रहे है । एक पल के लिए तो मुझे कुछ समझ ही नही आया पर जब मेरी नजर मेरे हाथो पर गई तो मेरा सर घूम गया वो लाल कपड़ा कुछ और नही बल्कि किसी लड़की का आँचल था ।
मैने पीछे मुड़ कर देखा तो मै हैरान हो गया , एक पल के लिए जैसे दुनिया रुक सी गई थी , उसकी गुस्से से भरी लाल आँखे मेरे दिल को हिला रही थी । मै एक डम खो सा गया था उसकी सुनहरी गर्दन के घुमाओ में , उसकी काली जुल्फों मे जो बार बार उसकी आँखो पर आ रही थी । दिल अब काबू में नही था , लगा जैसे आज जवान हुए हो , पहली बार किसी लड़की को देख दिल और दिमाग अपना वजूद खो रहे थे । हमने तो अपने बच्चों का नाम भी सोच लिया था । तभी एक गर्म हवा हमारे गालो पर आ लगी , लगा जैसे किसी ने हमारे दिल पर अपने प्यार की मुहर लगा दी हो । भले चाटा गाल पर लगा हो पर ये उनकी प्यार की पहली निशानी थी जो हमने दिल से लगा ली ।
उसने कहा तुम्हे दिखाई नही देता । लेकिन हमारा ध्यान तो बस उन पर ही था , वो बोलती रही और मै सुनता रहा और तभी मेरे हाथो ने उसके होठो को छु लिया , मैने अपनी ऊँगली उसके सुर्ख होठो पर रखते हुए बोला मुझे माफ़ कर दो । मेरे ऐसे करते ही वो और सभी लोग मुझे देखने लगे , कमरे में एक लम्बी खामोशी छा गई । वो एक दम बस मुझे ही देख रही थी, और हमारी नजर कहि खो गई , मैने अपना हाथ उसके होठो से हटाया और फिर एक बार माफ़ी मांगी ।
तभी हमारे मैनेजर आ गए और मुझे वहा से हटाते हुए बोले जाओ तुम अपना काम करो । मै वहाँ से हट गया । और थोड़ी देर में सब कुछ पहले जैसे हो गया पर कुछ ऐसा था जो बदल चूका था
मै रवि चौधरी delhi लाजपत नगर के kfc में काम करता था सच कहु तो collage और काम एक साथ करना बहुत मुश्किल है पर पापी पेट के लिए जो करे सो थोडा । my work to help customers so some time its very hard to tackle but job is job . No matter what and how much your situation bad .. first complete your work then after your personal needs .. और इसी तरह जीवन चल रहा था ।
आज काम करते खाफी थक गया अचानक
मै टेबल के पास से गुजर रहा था तभी कही से मसाला मेरी आँख में आकर गिर गया , मसाला काफी तेज था जिस कारन मेरी आँख जलने लगी और मुझे दिखना बन्द सा हो गया मुझे कुछ समझ नही आ रहा था की मै क्या करुँ तभी मेरी नजर कुछ लाल रंग के कपड़े पर गई और मैने जल्दी से उसे खीच कर अपनी आँखे साफ़ करने लगा । जब आँखे साफ़ हुई और कुछ धुंधला 2 सा नजर आया तो मै देखकर हैरान हो गया की सारे लोग मुझे देख रहे है । एक पल के लिए तो मुझे कुछ समझ ही नही आया पर जब मेरी नजर मेरे हाथो पर गई तो मेरा सर घूम गया वो लाल कपड़ा कुछ और नही बल्कि किसी लड़की का आँचल था ।
मैने पीछे मुड़ कर देखा तो मै हैरान हो गया , एक पल के लिए जैसे दुनिया रुक सी गई थी , उसकी गुस्से से भरी लाल आँखे मेरे दिल को हिला रही थी । मै एक डम खो सा गया था उसकी सुनहरी गर्दन के घुमाओ में , उसकी काली जुल्फों मे जो बार बार उसकी आँखो पर आ रही थी । दिल अब काबू में नही था , लगा जैसे आज जवान हुए हो , पहली बार किसी लड़की को देख दिल और दिमाग अपना वजूद खो रहे थे । हमने तो अपने बच्चों का नाम भी सोच लिया था । तभी एक गर्म हवा हमारे गालो पर आ लगी , लगा जैसे किसी ने हमारे दिल पर अपने प्यार की मुहर लगा दी हो । भले चाटा गाल पर लगा हो पर ये उनकी प्यार की पहली निशानी थी जो हमने दिल से लगा ली ।
उसने कहा तुम्हे दिखाई नही देता । लेकिन हमारा ध्यान तो बस उन पर ही था , वो बोलती रही और मै सुनता रहा और तभी मेरे हाथो ने उसके होठो को छु लिया , मैने अपनी ऊँगली उसके सुर्ख होठो पर रखते हुए बोला मुझे माफ़ कर दो । मेरे ऐसे करते ही वो और सभी लोग मुझे देखने लगे , कमरे में एक लम्बी खामोशी छा गई । वो एक दम बस मुझे ही देख रही थी, और हमारी नजर कहि खो गई , मैने अपना हाथ उसके होठो से हटाया और फिर एक बार माफ़ी मांगी ।
तभी हमारे मैनेजर आ गए और मुझे वहा से हटाते हुए बोले जाओ तुम अपना काम करो । मै वहाँ से हट गया । और थोड़ी देर में सब कुछ पहले जैसे हो गया पर कुछ ऐसा था जो बदल चूका था
एक तरफ वो बरगर खा रही थी तो दूसरी तरफ मुझे कातिल आँखो से देख रही थी । पर मैने उसकी नफरत में वो प्यार की चिंगारी देख ली थी , मुझे तो यही लगता था ।
निहाहो का टकराना लगातार जारी था , कभी उनकी आँखे मुझे ढूढती , तो कभी मै उन्हें चोर नजर से देखता , न जाने कब ये 15 मिनट गुजर गए पर ऐसा लगा जैसे जमाना बीत गया हो । जल्द ही वो वक्त आ गया जब वो रुक्सत हो गई वो आखरी बार था जब वो मुझे घूरते हुए वहा से हवा हो गई । मुझे लगा की अब वो कभी यहां नही आएगी , इसी ख्याल के साथ ये दिल फिर डूबते सूरज के साथ ढल गया और रात हो गई ।
अगले कई हफ़्तों तक उनका दीदार नाकाबिल रहा , किसी ने खूब कहा है की इश्क की आग जो लगी सो लगी पर हम तो ये भी नही जानते थे की क्या उस दिल में भी हमारे लिए इश्क ऐ आग जल रही है ।
निहाहो का टकराना लगातार जारी था , कभी उनकी आँखे मुझे ढूढती , तो कभी मै उन्हें चोर नजर से देखता , न जाने कब ये 15 मिनट गुजर गए पर ऐसा लगा जैसे जमाना बीत गया हो । जल्द ही वो वक्त आ गया जब वो रुक्सत हो गई वो आखरी बार था जब वो मुझे घूरते हुए वहा से हवा हो गई । मुझे लगा की अब वो कभी यहां नही आएगी , इसी ख्याल के साथ ये दिल फिर डूबते सूरज के साथ ढल गया और रात हो गई ।
अगले कई हफ़्तों तक उनका दीदार नाकाबिल रहा , किसी ने खूब कहा है की इश्क की आग जो लगी सो लगी पर हम तो ये भी नही जानते थे की क्या उस दिल में भी हमारे लिए इश्क ऐ आग जल रही है ।
मौसम फिर लौटते है
उनके एक दीदार के लिए न जाने कितने ओवर टाइम किए पर दीदार न मिल सका । लगता था जैसे मेरा भगवान और खुदा दोनों मेरे दिल के साथ कब्बडी खेल रहे थे । फिर भी hope तो hope होती है , जो अब भी बुलन्द थी । तभी अचानक दिल की धड़कने तेज हो गई , और ऐसा लगा की कोई मेरे पीछे हो ।
मै तेजी से नही मुड़ना चाहता था पर हाले दिल किसी के रोके रुका है , और जब मंजिल सामने हो तो कौन कमबख्त ये सोचे , और मेरी मंजिल तो अब मेरे सामने थी , फिर वही मोरनी सी गर्दन , काली आँखे , ऐसा लग रहा था जैसे कोई परी मेरे सामने हो ,
उसने मुझसे कहा , सामने से तो हटो ,
और मै हट गया , वो मुझे मुड़ कर देखते हुए अपने सिट पर बैठ गई ।
दोस्तों अब उसकी सुंदरता का मै क्या बखान करुँ । क्या पूनम की रात किसी तारुफ़ की मोहताज़ है क्या गुलाब किसी नजर का गुलाम है। वो काले लिबाज में किसी हंसनी से कम नही थी और मै उसका हंसा ।
मै तेजी से नही मुड़ना चाहता था पर हाले दिल किसी के रोके रुका है , और जब मंजिल सामने हो तो कौन कमबख्त ये सोचे , और मेरी मंजिल तो अब मेरे सामने थी , फिर वही मोरनी सी गर्दन , काली आँखे , ऐसा लग रहा था जैसे कोई परी मेरे सामने हो ,
उसने मुझसे कहा , सामने से तो हटो ,
और मै हट गया , वो मुझे मुड़ कर देखते हुए अपने सिट पर बैठ गई ।
दोस्तों अब उसकी सुंदरता का मै क्या बखान करुँ । क्या पूनम की रात किसी तारुफ़ की मोहताज़ है क्या गुलाब किसी नजर का गुलाम है। वो काले लिबाज में किसी हंसनी से कम नही थी और मै उसका हंसा ।
कुछ ही देर मे मै अपने काम मे व्यस्त हो गया , और वो टेबल पर बैठी cold drink पिने लगी ।
एक बात जो मै भूल नही सकता वो उसका हर थोड़ी देर मे coldrink cup में फुक कर आवाजे निकालना जो थोडा अजीब था पर शायद इस तरह वो मुझे सताने की कोशिस कर रही थी और वो कामयाब हो गई ।
जल्द ही उसने अपना meal खत्म किया और तेजी से निचे की तरफ जाने लगी । मै भी सब से नजर चुरा कर उसके पीछे हो लिया । जल्द ही हम मार्केट में निकल आए , पर न जाने वो कहा आगे निकल गई और मैने उसे खो दिया , ये सोच की वो चली गई मै पीछे की ओर मुडा , और मुड़ते ही मै बुरी तरह डर गया वो मेरे ठीक सामने खड़ी थी । एक पल के लिए मै एक दम मूर्ति बन गया । उसकी बड़ी बड़ी आँखे मुझे ही घूर रही थी , मै समझ गया की अब मै तो गया , तभी वो बिना कुछ कहे वहाँ से चली गई । उसका ऐसे चले जाना मुझे एक गहरी चोट दे गया जैसे मैने कोई गलत काम किया हो ।
मुझे जल्द ही एहसास हो गया की शायद मैने गलत किया मुझे किसी का भी ऐसे पीछा नही करना चाहिए , इसी ख्याल के साथ मै तेजी से आगे बढ़ा और उसे रोकते हुए बोला । मुझे माफ़ कर दो , आज के बाद मै तुहारे रास्ते में कभी नही आउगा और ये कह कर मै अपने kfc की तरफ चल दिया ।
कहते है न की प्यार में एक बार पीछे मुड़ कर जरूर देखना चाहिए क्या पता वो आज भी आप का इन्तजार कर रही हो । मेरे दिल में भी ऐसे ही ख्याल हिचकोले खा रहे थे , एक मन तो कह रहा था की वो जा चुकी होगी तो दूसरा कह रहा था पलट ।
काश मै पलटा न होता तो दिल के टुकड़े न होते , वो सच मे जा चुकी थी । मै मन ही मन मुस्कुरा उठा , शायद ये मेरा दर्द था जो अब बाहर आ चूका था । अब मै करता भी क्या अपने मंजिल की ओर चल दिया ।
जैसे ही मैने kfc में कदम रखा उसे टेबल पर बैठा पाया , एक पल के लिए तो मेरे होश उड़ गए । आखिर वो फिर यहां क्यों आई है , पर मुझे मेरा वादा याद आया और मै उससे नजरें चुराकर आगे जाने लगा , तभी किसी ने मुझे आवाज दी , सुनिए क्या आप मुझे कुछ मसाला दे सकते है ।
ऐसा लगा जैसे दिल रुक सा गया हो और जब मैने पीछे मुड़ कर देखा तो एक धीमी मुस्कुराहट से मुझे देख रही थी , मै नही जानता था की उसके दिल मे क्या है पर ऐसा लगा की अब शायद सब कुछ ठीक है । शायद ?
एक बात जो मै भूल नही सकता वो उसका हर थोड़ी देर मे coldrink cup में फुक कर आवाजे निकालना जो थोडा अजीब था पर शायद इस तरह वो मुझे सताने की कोशिस कर रही थी और वो कामयाब हो गई ।
जल्द ही उसने अपना meal खत्म किया और तेजी से निचे की तरफ जाने लगी । मै भी सब से नजर चुरा कर उसके पीछे हो लिया । जल्द ही हम मार्केट में निकल आए , पर न जाने वो कहा आगे निकल गई और मैने उसे खो दिया , ये सोच की वो चली गई मै पीछे की ओर मुडा , और मुड़ते ही मै बुरी तरह डर गया वो मेरे ठीक सामने खड़ी थी । एक पल के लिए मै एक दम मूर्ति बन गया । उसकी बड़ी बड़ी आँखे मुझे ही घूर रही थी , मै समझ गया की अब मै तो गया , तभी वो बिना कुछ कहे वहाँ से चली गई । उसका ऐसे चले जाना मुझे एक गहरी चोट दे गया जैसे मैने कोई गलत काम किया हो ।
मुझे जल्द ही एहसास हो गया की शायद मैने गलत किया मुझे किसी का भी ऐसे पीछा नही करना चाहिए , इसी ख्याल के साथ मै तेजी से आगे बढ़ा और उसे रोकते हुए बोला । मुझे माफ़ कर दो , आज के बाद मै तुहारे रास्ते में कभी नही आउगा और ये कह कर मै अपने kfc की तरफ चल दिया ।
कहते है न की प्यार में एक बार पीछे मुड़ कर जरूर देखना चाहिए क्या पता वो आज भी आप का इन्तजार कर रही हो । मेरे दिल में भी ऐसे ही ख्याल हिचकोले खा रहे थे , एक मन तो कह रहा था की वो जा चुकी होगी तो दूसरा कह रहा था पलट ।
काश मै पलटा न होता तो दिल के टुकड़े न होते , वो सच मे जा चुकी थी । मै मन ही मन मुस्कुरा उठा , शायद ये मेरा दर्द था जो अब बाहर आ चूका था । अब मै करता भी क्या अपने मंजिल की ओर चल दिया ।
जैसे ही मैने kfc में कदम रखा उसे टेबल पर बैठा पाया , एक पल के लिए तो मेरे होश उड़ गए । आखिर वो फिर यहां क्यों आई है , पर मुझे मेरा वादा याद आया और मै उससे नजरें चुराकर आगे जाने लगा , तभी किसी ने मुझे आवाज दी , सुनिए क्या आप मुझे कुछ मसाला दे सकते है ।
ऐसा लगा जैसे दिल रुक सा गया हो और जब मैने पीछे मुड़ कर देखा तो एक धीमी मुस्कुराहट से मुझे देख रही थी , मै नही जानता था की उसके दिल मे क्या है पर ऐसा लगा की अब शायद सब कुछ ठीक है । शायद ?
दिल की बाते
इसी तरह महीनो गुजर गए । वो हफ्ते में दो बार जरूर आती थी और ये दो दिन मेरे लिए किसी दिवाली से कम नही थे , कभी मै उसे देखता तो कभी वो मुझे , ऐसा लगता था जैसे हमे हजारो बाते करनी है पर न जाने क्यों ये कदम साथ ही नही दे रहे थे , पर जल्द ही वो मौका मिला ।
उस दिन सोमवार था वो सामने की टेबल पर बैठी थी और तभी उसका फोन निचे गिर गया । पर उसे उसका इल्म नही था और वो जाने लगी । मैने जब उसे जाते देखा तो फौरन उस फोन को उठा लिया और उसकी तरफ लपका ।
मै ने उन्हें आवाज दी , सुनिए आप का फोन 2 , उसने पीछे मुड़ कर देखा , मुझे खड़ा देख उसने कहा बोलो क्या कहना है , मैने कहा आप अपना फोन भूल गए थे । वो मुझे घूरने लगी , पर मैने उसका फोन उसे थमा कर जाने लगा ।
उसने मुझे पीछे से आवाज लगाई और कुछ ?
मै पीछे मुडा और बोला , हा कुछ तो है पर , क्या तुम नही जानती की वो क्या है ।
उसने कहा जानती हूँ ।
मैने कहा तो फिर अब हम क्या करे ।
उसने कहा मुझे नही पता ।
मैने कहा क्या तुम मुझे प्यार करती हो ?
उसने कहा : i don't know ..
Me : so who know .. search your feelings for me ..
Do you love me or not ..
उसने कहा : करती हूँ पर मुझे न खुद पर यकीन है न तुम पर । मुझे डर लग रहा है ।
उस दिन सोमवार था वो सामने की टेबल पर बैठी थी और तभी उसका फोन निचे गिर गया । पर उसे उसका इल्म नही था और वो जाने लगी । मैने जब उसे जाते देखा तो फौरन उस फोन को उठा लिया और उसकी तरफ लपका ।
मै ने उन्हें आवाज दी , सुनिए आप का फोन 2 , उसने पीछे मुड़ कर देखा , मुझे खड़ा देख उसने कहा बोलो क्या कहना है , मैने कहा आप अपना फोन भूल गए थे । वो मुझे घूरने लगी , पर मैने उसका फोन उसे थमा कर जाने लगा ।
उसने मुझे पीछे से आवाज लगाई और कुछ ?
मै पीछे मुडा और बोला , हा कुछ तो है पर , क्या तुम नही जानती की वो क्या है ।
उसने कहा जानती हूँ ।
मैने कहा तो फिर अब हम क्या करे ।
उसने कहा मुझे नही पता ।
मैने कहा क्या तुम मुझे प्यार करती हो ?
उसने कहा : i don't know ..
Me : so who know .. search your feelings for me ..
Do you love me or not ..
उसने कहा : करती हूँ पर मुझे न खुद पर यकीन है न तुम पर । मुझे डर लग रहा है ।
मै उसके पास गया और उसके गालो पर अपना हाथ रखते हुए बोला । जानता हूँ किसी पर यकीन करना मुश्किल होता है पर हम एक अच्छे दोस्त तो बन सकते है । मै वादा करता हूँ तुम्हे कभी नही छोडूंगा । ये कहते हुए मैने उसे गले से लगा लिया ।
मै भूल ही गया था की हम बिच बाजार में खड़े थे । लोग हमे देखने लगे पर शायद अब हमे उसकी परवाह नही थी । क्योंकि वो मेरी बाहो में थी , मैने उससे कहा सुनो कुछ पुछु तो मारोगी तो नही ना ।। उसने कहा बोलो ।
तुम्हारा नाम क्या है ।
वो मुझे कस के गले लगाते हुए बोली ।
प्रियांजलि ।
और तुम्हारा ।
रवि ।
मै भूल ही गया था की हम बिच बाजार में खड़े थे । लोग हमे देखने लगे पर शायद अब हमे उसकी परवाह नही थी । क्योंकि वो मेरी बाहो में थी , मैने उससे कहा सुनो कुछ पुछु तो मारोगी तो नही ना ।। उसने कहा बोलो ।
तुम्हारा नाम क्या है ।
वो मुझे कस के गले लगाते हुए बोली ।
प्रियांजलि ।
और तुम्हारा ।
रवि ।
मै रवि चौधरी उस दिन बहुत खुश था । मैने छुटी ली और उसके साथ बाहर लंच पर गया । हमने काफी मजे किए । उसे इतना खुश देख कर मुझे जीवन में पहली बार ऐसा लगा की अगर प्रियंजलि की मुस्कान कायम रखनी है तो मुझे उसे जीवन की सारी खुशिया देनी होगी । मुझे आगे बढ़ना होगा , उसके प्यार के लिए । ताकि उसकी हँसी कभी कम न हो ।
जब हम घर को जा रहे थे तो मुझे विशवास नही हो रहा था की वो मेरी बाहो में थी और दूसरी तरफ सूरज ढल रहा था ।
जब हम घर को जा रहे थे तो मुझे विशवास नही हो रहा था की वो मेरी बाहो में थी और दूसरी तरफ सूरज ढल रहा था ।
सूरज ढल गया
हम कई दिनों तक मिलते रहे और हमारा प्यार यु ही बढ़ता रहा । मै अब उस में ही अपना सब कुछ देख रहा था । क्योंकि मै उसे प्यार करता था । हम घण्टो एक दूसरे की बाहो में खोए रहते थे । मेरे हाथ उसके केशो को सवारते रहते थे ।
हमने सपने देखना शुरू कर दिया था । उन पलो का जो अब हमारे थे ।
हम कई दिनों तक मिलते रहे और हमारा प्यार यु ही बढ़ता रहा । मै अब उस में ही अपना सब कुछ देख रहा था । क्योंकि मै उसे प्यार करता था । हम घण्टो एक दूसरे की बाहो में खोए रहते थे । मेरे हाथ उसके केशो को सवारते रहते थे ।
हमने सपने देखना शुरू कर दिया था । उन पलो का जो अब हमारे थे ।
प्रियांजलि को हरियाली बहुत पसन्द थी इसलिए हम अक्सर पार्क में ही मिलते थे । और उस दिन भी हम पार्क में ही मिलने वाले थे ।
मैं जल्दी से छूटी लेकर office से निकल आया । उस दिन मै बहुत खुश था । मैने कुछ chocolates और कुछ फूल खरीद लिए , उसे chocolate बहुत पसन्द थे । इसलिए मैने पूरा डब्बा ही ले लिया ।
तभी मुझे प्रियांजलि का फोन आया वो मेरा इन्तजार कर रही थी । मै उस वक्त लाजपत नगर मेट्रो स्टेसन के काफी करीब था और वो दूसरी तरफ मेरा इन्तजार कर रही थी । शाम हो चुकी थी इसलिए थोडा अँधेरा हो चूका था , इसलिए काफी traffic जाम था और उस पार रोड cross करना थोड़ा मुश्किल लग रहा था ।
तभी प्रिया का फोन आया की तुम रुकना मै उधर आती हूँ मुझे कुछ मन्दिर के लिए कुछ सामान लेना है और तुम्हारे लिए भी कुछ खरीदना है , मैने उससे कहा सुने मुझे तुमसे कुछ कहना है । ( मै उससे हमारी शादी की बात पूछना चाहता था ) तभी उसने कहा मै जानती हूँ ?
शायद ये उसके आखरी श्ब्द थे जो मेरे कानो पर पड़े और तभी उसके चीखने की आवाज आई और मेरी सारी दुनिया बदल गई । अचानक हर तरफ अफरा तफरी मच गई , लोग चीखने लगे , सभी गाड़िया रुक गई। और शायद मेरा दिल भी ।
मैं जल्दी से छूटी लेकर office से निकल आया । उस दिन मै बहुत खुश था । मैने कुछ chocolates और कुछ फूल खरीद लिए , उसे chocolate बहुत पसन्द थे । इसलिए मैने पूरा डब्बा ही ले लिया ।
तभी मुझे प्रियांजलि का फोन आया वो मेरा इन्तजार कर रही थी । मै उस वक्त लाजपत नगर मेट्रो स्टेसन के काफी करीब था और वो दूसरी तरफ मेरा इन्तजार कर रही थी । शाम हो चुकी थी इसलिए थोडा अँधेरा हो चूका था , इसलिए काफी traffic जाम था और उस पार रोड cross करना थोड़ा मुश्किल लग रहा था ।
तभी प्रिया का फोन आया की तुम रुकना मै उधर आती हूँ मुझे कुछ मन्दिर के लिए कुछ सामान लेना है और तुम्हारे लिए भी कुछ खरीदना है , मैने उससे कहा सुने मुझे तुमसे कुछ कहना है । ( मै उससे हमारी शादी की बात पूछना चाहता था ) तभी उसने कहा मै जानती हूँ ?
शायद ये उसके आखरी श्ब्द थे जो मेरे कानो पर पड़े और तभी उसके चीखने की आवाज आई और मेरी सारी दुनिया बदल गई । अचानक हर तरफ अफरा तफरी मच गई , लोग चीखने लगे , सभी गाड़िया रुक गई। और शायद मेरा दिल भी ।
सच सिर्फ एक है
मै पागलो की तरह भागता हुआ भीड़ की तरफ पहुचा । लोग बाते कर रहे थे । कोई लड़की है शायद , तो कोई कह रहा था कोई औरत है ।
और जब मेरी नजर उस पर पड़ी तब एहसास हुआ की वो मेरा प्यार था ।
मुझे उसका चेहरा नजर नही आ रहा था , वो काली आँखे , उसकी गर्दन , उसके हाथ ।
अगर कुछ दिख रहा था तो सिर्फ लाल खून जो अब मेरे दामन पर भी थे । मेरी आवाज दब चुकी थी और आँखो के आशु थे जो रुक नही रहे थे ।
थोड़ी ही देर में पुलिश आ गई और उसे अस्पताल ले जाया गया । मेरा पूरा शरीर उसके खून से भर चूका था जिसे अब मेरे आशु भी साफ़ नही कर सकते थे ।
मै चीखना चाहता था पर अब कौन था वहाँ जो उन चीखो को सुनता । मेरी लिए अब सब खामोश थे ।
मै ऑपरेशन थिएटर के बाहर ही बेशुध् पड़ा था कभी पुलिश आती तो कभी डॉक्टर , यही सिलसिला रात भर चलता रहा । वो रात मै कभी भूल नही सकता , वो चीखे मुझे आज भी सोने नही देती । मै कितना खुश था , वो मेरे साथ थी और दूसरे ही पल वो मुझे अकेला कर गई ।
सुबह होते ही डॉक्टरों ने कहा की अब वो नही रही । अब मै क्या करता , मेरे पाँव ने जैसे जमीन का साथ छोड़ दिया था , और मै गिर पड़ा ।
डॉक्टर ने कहा उसे देखना है तो देख लो पुलिश के आने से पहले उसके बाद शायद तुम उसका चेहरा न देख पाओ ।
मै बस उस डॉक्टर का चेहरा देख रहा था और फिर उसने ऊँगली से कमरे की ओर इशारा किया और वहाँ से चला गया ।
मै पागलो की तरह भागता हुआ भीड़ की तरफ पहुचा । लोग बाते कर रहे थे । कोई लड़की है शायद , तो कोई कह रहा था कोई औरत है ।
और जब मेरी नजर उस पर पड़ी तब एहसास हुआ की वो मेरा प्यार था ।
मुझे उसका चेहरा नजर नही आ रहा था , वो काली आँखे , उसकी गर्दन , उसके हाथ ।
अगर कुछ दिख रहा था तो सिर्फ लाल खून जो अब मेरे दामन पर भी थे । मेरी आवाज दब चुकी थी और आँखो के आशु थे जो रुक नही रहे थे ।
थोड़ी ही देर में पुलिश आ गई और उसे अस्पताल ले जाया गया । मेरा पूरा शरीर उसके खून से भर चूका था जिसे अब मेरे आशु भी साफ़ नही कर सकते थे ।
मै चीखना चाहता था पर अब कौन था वहाँ जो उन चीखो को सुनता । मेरी लिए अब सब खामोश थे ।
मै ऑपरेशन थिएटर के बाहर ही बेशुध् पड़ा था कभी पुलिश आती तो कभी डॉक्टर , यही सिलसिला रात भर चलता रहा । वो रात मै कभी भूल नही सकता , वो चीखे मुझे आज भी सोने नही देती । मै कितना खुश था , वो मेरे साथ थी और दूसरे ही पल वो मुझे अकेला कर गई ।
सुबह होते ही डॉक्टरों ने कहा की अब वो नही रही । अब मै क्या करता , मेरे पाँव ने जैसे जमीन का साथ छोड़ दिया था , और मै गिर पड़ा ।
डॉक्टर ने कहा उसे देखना है तो देख लो पुलिश के आने से पहले उसके बाद शायद तुम उसका चेहरा न देख पाओ ।
मै बस उस डॉक्टर का चेहरा देख रहा था और फिर उसने ऊँगली से कमरे की ओर इशारा किया और वहाँ से चला गया ।
वो आज भी खूबसूरत लग रही थी ।
वो दूर कोने मे सो रही थी , सफेद चादर ओढे ।
पर आज कुछ अलग ही लग रही थी उसका शरीर सुख चूका था , हाथो में मेहँदी की जगह खून था ।
फिर भी मै उसका चेहरा देखना चाहता था । एक बार उसे चूमना चाहता था पर कहा , मुझे कुछ नजर नही आ रहा था ।
डॉक्टर ने कहा था की उसे देख लो , पर अब वो चेहरा ही वहा नही था ।
सोचा आखरी बार उसके बालो को सहला लू । पर वो भी वहाँ नही थे ।
क्या वो मेरी ही प्रियांजलि थी ।
जो हँसती थी तो मेरे दिल की धड़कने बढ़ जाती थी । नही वो मेरी प्रियांजलि नही थी वो तो बस उसका शरीर था । मेरा प्यार मेरी प्रियांजलि मेरे दिल में थी । वो मेरे साथ थी । मेरे पास ।
मै इस दर्द को सीने में लिए फिर collage आ गया । अब holidays खत्म हो चुके थे , और मेरा लाजपत नगर से रिश्ता भी ।
वो सभी यादे जो उसकी याद दिलाए ।
मै उस सुबह ही लौट आया । 2 महीने बाद पता चला की उसके माँ बाबा आए थे ।
उसे जला दिया और मेरा सपना भी ।
वो दूर कोने मे सो रही थी , सफेद चादर ओढे ।
पर आज कुछ अलग ही लग रही थी उसका शरीर सुख चूका था , हाथो में मेहँदी की जगह खून था ।
फिर भी मै उसका चेहरा देखना चाहता था । एक बार उसे चूमना चाहता था पर कहा , मुझे कुछ नजर नही आ रहा था ।
डॉक्टर ने कहा था की उसे देख लो , पर अब वो चेहरा ही वहा नही था ।
सोचा आखरी बार उसके बालो को सहला लू । पर वो भी वहाँ नही थे ।
क्या वो मेरी ही प्रियांजलि थी ।
जो हँसती थी तो मेरे दिल की धड़कने बढ़ जाती थी । नही वो मेरी प्रियांजलि नही थी वो तो बस उसका शरीर था । मेरा प्यार मेरी प्रियांजलि मेरे दिल में थी । वो मेरे साथ थी । मेरे पास ।
मै इस दर्द को सीने में लिए फिर collage आ गया । अब holidays खत्म हो चुके थे , और मेरा लाजपत नगर से रिश्ता भी ।
वो सभी यादे जो उसकी याद दिलाए ।
मै उस सुबह ही लौट आया । 2 महीने बाद पता चला की उसके माँ बाबा आए थे ।
उसे जला दिया और मेरा सपना भी ।
The end .. love forever ..
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