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जिन बना बाप

एक गांव मे कजरी नाम की लड़की रहती थी उसे जानवरो से बहुत प्यार था इसलिए वही गांव के सभी जानवरो को चराने का काम करती थी जिसके बदले में वो दूध और पैसे लेती थी । वो रोज़ सुबह निकलती और शाम को घर आती ,
  ऐसे ही एक दिन , कजरी अकेली जंगल में जानवरो को चरा रही थी तभी एक बकरी बिदक गई और जब कजरी उसके पीछे  भागी तो उसका पाव फिसल गया और वो कीचड़ में गिर गई जिससे वो गन्दी हो गई । बकरी तो हाथ में आ गई पर उसके पुरे कपड़े खराब हो हए जिसे वो धोने के लिए तालाब की ओर चली गई । उसने अपने कपड़े उतार दिए और तालाब में नहाने लगी पर उसे कुछ ऐसा लगा जैसे उसे कोई देख रहा हो , उसने अपनी नजर इधर उधर की पर कोई नही दिखाई दिया ,इसलिए कजरी फिर से नहाने लगी , तभी उसे महसूस हुआ की जैसे कोई उसके पीछे उसके बालो को छु रहा  है ,और उसने फौरन मुड़ कर देखा पर वहा कोई नही था , तभी उसके बदन पर कुछ गर्म साँसे महसूस हुई और अचानक किसी ने कजरी को पीछे से जकड़ लिया ,कजरी चिल्लाने लगी ,पर उसे कोई भी नजर नही आ रहा था ,कजरी ने अपनी पूरी जान लगा दी और आखिरकार उस अदृश्य चीज से पकड़ छुड़ाने में सफल रही और फौरन तालाब से बाहर आ गई . Teen18story

कजरी की साँसे फूल गई ,वो जोर जोर से आहे भरने लगी ,उसने फौरन अपनी घागरा चोली जैसे तैसे पहनी और जानवरो को लेकर जंगल से बाहर आ गई । कजरी को कुछ समझ नही आ रहा था की उसके साथ आखिर क्या हुआ था , उसने जल्दी जल्दी जानवरो को गाव की ओर खदेड़ दिया क्योंकि अब शाम हो चली थी । आखिर कार कजरी अब अपने घर मे आ चुकी थी पर उसे ये बात समझ नही आ रही थी की आखिर वो क्या चीज थी जिसने उसे दबोच लिया था ,तभी कजरी को कुछ महसूस हुआ,  कजरी का सारा शरीर जल रहा था जब उसने अपने कपड़े उतार कर देखा तो हैरान हो गई  उस गायब शैतान के हैवानियत के निशान अब उसके जिस्म के कई हिस्सों पर था ,उसके सिने पर उस के हाथो के निशान साफ़ साफ़ दिख रहे थे नाभि के आस पास भी कई खरोंचे थी. teen18story
अचानक ये सब देख कजरी रोने लगी उसे कुछ समझ नही आ रहा था की आखिर उसके साथ ये सब क्यों हुआ पर वो इतना जान गई थी की वो जो कुछ भी था उसके जिस्म से खेलना चाहता था , अपनी प्यास बुझाना चाहता था, कजरी ने सोचा शुक्र है मै बच गई अब कभी भी जंगल में नही जाउगी । कजरी ने पानी पिया और सोने को चली गई । teen18story
अभी आधी रात ही हुई थी जी अचानक कजरी के झोपड़े के आस पास एक अजीब सी काली खामोशी छा गई , कजरी दिन भर की थकी सो रही थी । तभी कजरी को लगा जैसे कोई उसके पैरो की उंगलिया चूस रहा है । उसे लगा कहि भालू तो नही आ गया और इसी के साथ वो चीख पड़ी और अपनी खाट से उतर कर दिए के पास आकर खड़ी हो गई ,उसने दिया उठाया और इधर उधर देखा पर उसे कोई भी नजर नही आया तभी फिर से वही गर्म साँसे उसे महसूस हुई और इससे पहले कजरी कुछ समझ पाती उस गायब शैतान ने फिर से कजरी को पीछे से पकड़ लिया और खाट पर गिरा दिया ,और उसके साथ जबरदस्ती करने लगा , लेकिन इस
जबरदस्ती मे कजरी के हाथ से गिरे दिए से पुरे झोपड़े मे आग लगने लगी जिससे एक तेज रौशनी चारो ओर फैल गई और तभी कजरी को उस शैतान के दर्शन हुए ।
वो लाल रंग का भयानक आँखो वाला कोई शैतान था । इतनी तेज आग और रौशनी देख वो लाल शैतान वहाँ से गायब  हो गया , कजरी जेसे तैसे खाट से उतरी और घर से बाहर  की ओर भाग  गई । उसके सारे कपड़े लगभग फट चुके थे और वो काफी हद तक चोटिल थी । इतनी देर में गांव वाले भी वहाँ पहुच गए और आग बुझाने लगे , गांव की एक औरत ने कजरी को अपनी साल से ढक दिया , जब गांव वालो ने कजरी से पूछा की ये सब कैसे हुआ तो उसने कहा की भालू आ गया था । उसी वजह से ये सब हो गया ।।  आप सोच रहे होंगे की आखिर कजरी ने ऐसा क्यों किया , दरसल अगर गांव वालो को ये सच मालुम हो जाता तो अपनी जान बचाने के लिए वो कजरी की बलि चढ़ा देते और उसे उस लाल शैतान को शॉप देते इसलिए कजरी ने खामोश रहना ही सही समझा ।
अब कजरी को समझ नही आ रहा था की अपनी इज्जत उस लाल शैतान से कैसे बचाए । इसी के साथ वो अपने जलते घर को देखने लगी ।
  To be continue ...  सुबह हो चली थी ।
कजरी का घर अब बस राख का ढेर रह गया था , और बेचारी कजरी रोने के अलावा कुछ नही कर सकती थी , न ही वो किसी को कुछ बोल सकती थी और न ही अकेले उस लाल शैतान से लड़ सकती थी । कजरी ये जानती थी की अगर जल्द ही उसने कुछ नही किया तो आज रात उसकी इज्जत तार तार होने से कोई नही रोक सकता , इस डर से की वो लाल शैतान उसे नही छोड़ेगा वो काम धाम छोड़ कर अब मन्दिर में ही रहने लगी । व्ही मन्दिर में काम करती और सो जाती पर कजरी जानती थी की वो लाल शैतान जब तक उसकी जवानी का फूल तोड़ नही लेगा चैन से नही बैठेगा , एक दिन वो लाल शैतान कजरी के सपने में आया और बोला आज नही तो कल तू मन्दिर के बाहर आएगी और उस दिन मैं तुझसे अपनी प्यास बुझाऊँगा । ये बोलते ही कजरी सपने से डर कर उठ गई । और जैसे ही उसने बाहर देखा वो लाल शैतान मन्दिर के बाहर दूर खड़ा हवस भरी नजरो से कजरी को देख रहा था । Teen18story

   अब कजरी उस लाल शैतान से तंग आ गई थी , उसने सोचा डर डर के जीने से अच्छा है की मर ही जाऊ या फिर उस लाल शैतान को मार दू ।।  अगली सुबह उसने मन्दिर के बड़े  पण्डित को आप बीती सूना दी । ये सुनने के बाद पण्डित जी ने कहा की तेरे साथ बहुत जुल्म हुआ है पर मै कुछ नही कर सकता बेटी ,उस लाल शैतान की शक्तियो के आगे मै कुछ नही , परन्तु एक सख्स को मै जानता हूँ जो तेरी मदद कर सकते है । वो मेरे बच्च्पन के मित्र है उनका नाम  सन्त इकबाल है वो ही तुझे बता सकते है की उस लाल शैतान से कैसे निपटे ।
  वो यहां से 20 किलोमीटर दूर एक पुराने मस्जिद में रहते है तू आज सुबह ही निकल जा , पर तुझे सूरज डूबने से पहले ही वहाँ पहुचना होगा वरना वो तुझे छोड़ेगा नही ।
   कजरी सुबह होते ही वहा से निकल गई और तेजी से अपनी राह पर चल दी । जैसे तैसे वो आखिर कार मस्जिद के पास पहुच गई तभी सूरज दुब गया और अचानक लाल शैतान ने कजरी के पैर पकड़ लिया और उन्हें चाटने लगा ।   जाने मन और मत तड़पाओ , आओ आओ मेरी गुलबदन , मेरी रसभरी , मेरी किसमिस , मेरी आग को बुझा दो , मै वादा करता हूँ तुझे रानी बना कर रखूँगा । तेरी हर तम्मना पूरी करूँगा बस तू मेरी  प्यास बुझा दे । 
  कजरी जोर जोर से चिल्लाने लगी जिसे सुन कर सन्त इकबाल  बाहर आ गए । लाल शैतान को एक लड़की पर हावी देख सन्त ने जलती हुई आग उस लाल शैतान के आगे कर दी जिसे देख वो डर कर भाग गया , इकबाल ने फौरन अपनी शौल लड़की पर डाली और उसे अंदर ले गया ।

इकबाल ने लड़की को पानी पिलाया और पूछा की तुम कौन हो । कजरी ने सारा हाल कह सुनाया ।
इकबाल ने कहा बेटी कजरी तुमने ये अच्छा नही किया दरसल जिस नदी में तुम नहाईं उस नदी पर लाल शैतान का श्राप है वो भी उसमे नहाता है मारा जाता है । लड़कियो की आबरू और मर्दों की जान ।
कजरी कहती है मुझे उससे बचा लीजिए । इकबाल कहते है मै उसे नही रोक सकता ये मेरे बस में नही है इसे तो बस साहे जिन ही मार सकते है तो कजरी कहती है तो बुलाइए उन्हें , इकबाल कहते है ये इतना आशान नही है , उन्हें बुलाने वाला मौत के मुँह मे जाता है पर अगर वो खुश हो जाए तो वो तेरी एक इच्छा जरूर पूरी कर देगे ।
कजरी बोली उस हवसी शैतान के हाथो लूटने से अच्छा मै जिन के हाथो मारी जाऊ ,आप बस मुझे उन्हें बुलाने का तरीका बोलिए ।
    तो सुन बेटी मै जो मन्त्र तुझे दूँगा उसे लगातार 1 महीने जपना होगा । साहे जिन रोज़ एक भयान चीज में बदल कर आएगे और तुझे डराने की कोशिश करेगे अगर तू डर गई तो मर गई और अगर एक महीने तक बिना किसी तकलीफ के मन्त्र जपति रही तो तेरे सारे काम बन जाएगे ।
ले ये  फल खा ले इसे खाने के बाद 1 महीने के लिए न तुझे भूख लगेगी न प्यास न पिसाब न मल ।  जा उस अँधेरे कमरे मे बैठ जा और वो दिया जला ले ।
कजरी कई दिनों तक मन्त्र जपति रही जिन रोज आते कभी साँप बन कर तो कभी शेर तो कभी चुड़ैल , कभी माँ बाबा ,तो कभी सखी सहेली ।
पर कजरी मन्त्र जपति रहती और आखिर कार 1 महीने पुरे हो गए और साहे जिन प्रकट हो गया ।
जिन बोला कजरी बेटी मै बहुत खुश हुआ तूने जैसे इन हालातो का शामना किया कोई और शायद कर पाटा आज से तू मेरी बेटी जेसी है । बोल क्या ख्वाहिस है तेरी ।
कजरी बोली वो लाल शैतान मेरे पीछे पड़ा है । मुझे बचा लीजिए नही तो वो मझे कहि का नही छोड़ेगा ।  जिन ने कुछ देर सोचा और कहा जा जैसे ही वो लाल शैतान तुझे छुएगा वो राख हो जाएगा  , जिन बोला मै तुझसे खुश हूँ कजरी बेटी  मैने तेरे जले मकान ही जगह एक महल बना दिया है । पैसे भर दिए है । अब तू अमिर  है जा जी ले अपनी जिंदगी बेटी और इसी के साथ जिन गायब हो गया ।
  कजरी कमरे से बाहर आई और सारा हाल इकबाल को कह सुनाया । इकबाल ने कहा अब जाओ तुम्हे किसी से डरने की जरूरत नही ।
    इसी के साथ कजरी अपने घर की तरफ चल दी शाम होते होते कजरी घर पहुच गई । लेकिन जैसे ही घर के पास पहुची कजरी ने देखा लाल शैतान हवस भरी नजरो से  उसे देख रहा था ।
लाल शैतान बोला कजरी तूने मुझे बहुत तड़पाया है , तेरी जवानी ने मेरे तन बदन में आग लगा दी है । तू मुझसे इतनी दिन दूर रही तुझे मै इसकी सजा दूँगा । अब में तुझे चिर भाड़ डालूँगा । ऐसे बोलते ही वो कजरी की तरफ लपका और जैसे ही उसने कजरी को छुआ वो लाल शैतान जल कर राख हो गया । कजरी बोली जल अपनी हवस की आग में लाल शैतान ।
इसी के साथ उसने सभी लोगो का ध्यनवाद किया और अपने महल मे आराम से रहने लगी ।
पर आज भी कजरी किसी ख़ास का इन्तजार कर रही है । कहि वो आप तो नही ।
                        लेखक रवि teen18story ..

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