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प्यास चाहे जिस्म की हो या खून की जितना बुझाओ उतनी ही बढ़ती जाती है ।

काली गाँव में गोरी नागिन का बहुत आतंक था । लोग शाम होते ही अपने घरो में दुबक कर सो जाते थे और सुबह की शुरुआत  एक मातम के साथ शरू होती थी । मातम एक नौजवान के मौत का, जिसके जिस्म के साथ खेल कर गोरी नागिन फेक देती थी ।


ये गोरी नागिन का एक गन्दा खेल था या कहे काम अग्नि जो उसे रोज एक लड़के की तलाश रहती थी।


वो पहले उससे अपनी इच्छा पूरी करती फिर उसकी जवानी तब तक चूसती  जब तक वो बूढ़ा हो कर मर नही जाता ।


इस भयानक खेल से आप पास के गांव वाले भी परेशान हो गए थे । रोज किसी न किसी गांव में एक लाश मिलना आम बात हो गई थी । लोगो को समझ नही आ रहा था की इस गोरी नागिन का क्या किया जाए । 


एक दिन काली गांव के मुखिया ने सभी आप पास के गांव के मुखियों को सन्देश भेजा , ये सन्देश एक आमन्त्रण था सभी को मिलने का ।


समय के अनुसार सभी लोग सभा में इक्कठा हो गए ।


काली गांव के भीम सिंह जो मुखिया थे ने सभी से कहा दोस्तों आज वो दिन आ गया है जब मेरे गांव से युवक खत्म होने की कगार पर आ गए है और वो दिन भी आएगा जब आप सब के गांव का भी यही हाल होगा । इस गोरी नागिन ने हमारा जीवन  खत्म कर दिया है । पिछले महीने ही उस नागिन ने मेरे इकलौते बेटे को भी काल के मुह में पहुचा दिया ।  जल्द ही आप की भी बारी आएगी । क्या अब भी आप लोग चुप रहेगे , अगर हम आज कुछ नही करगे तो वो दिन दूर नही हमारी चिता जलाने वाला भी कोई नही बचेगा ।


वो नागिन  अपनी जिस्म की आग बुझाने के लिए न जाने कितनी जाने लेगी । हमे कुछ तो करना होगा।


सभा में सभी  ने हा में सहमति दी । पर सब का एक ही सवाल था की गोरी नागिन को कैसे रोके ?


तभी एक लड़के की आवाज आई जिसकी उम्र 18 या 20 साल थी । सभी की नजरे उसकी तरफ मूड गई ।


  उसने कहा हमे उसकी कमजोरी का फायदा उठाना चाहिए और उसकी कमजोरी है  जवान युवक ।
मुखिया बोला तुम कौन हो , जी मै पास के गांव से हूँ मेरा नाम रवि है । मेरे पिता जी बीमार है इसलिए वो नही आ पाए । पर हमे भी उस नागिन ने बहुत सताया है और हम भी उसे मारना चाहते है । इसलिए मैने ये राय आप को दी ।

मुखिया बोला पर उससे क्या होगा हम उसे मारेगे कैसे बच्चे ।          जहर से ! रवि  बोला ।

हम सभी जानते है की वो जावांन लड़को की जावानी चूस लेती है उसके लिए वो उनके जिस्म में अपने दाँत गाड़ कर उनका खून पीती है अगर हम खून में जहर मिला दे तो वो भी मर जाएगी ।

सभा में सब एक दूसरे का मुँह देखने लगते है ।
तभी दूसरे गाव का मुखिया बोलता है । गोरी नागिन खुद बहुत जहरीली है आखिर उस पर कैसे जहर का असर होगा ।

तभी रवि बोलता है हम जहर से जहर को मारेगे । मैने अपने गांव की लाशो तथा आस पास के गांव की लाशो के जिस्म से थोडा थोडा जहरीला खून निकाल कर काफी समय से इकठा कर रहा हु । साथ ही मैने हजारो साँपो ,कीड़ो , मकोड़ो को पकड़ा और उनका जहर निकाल कर एक बोतल में डाल लिया और हमारे गांव के हकीम की मदद से उन सब को मिला कर एक ऐसा जहर बनाया है जिसकी मदद से हम गोरी नागिन को खत्म कर सकते है ।

तभी भीम बोला ये सब तो ठीक है पर अपनी बलि देगा कौन ।
रवि सभा में हस्ते हुए बोला मै और कौन ।

ये सुनते ही सभा में खामोशी छा गई ।

तभी किसी ने कहा और अगर ये तरकीब काम नही कर पाई तो क्या होगा , गोरी नागिन हमे जिन्दा नही छोड़ेगे।

रवि बोला वैसे भी कौन सा जिन्दा है । आज नही तो कल सब को मरना है । तो फिर आखरी कोशिस कर के मरते है ।
सभा में एक सहमति बन जाती है । और रवि को तैयार किया जाता है ।
योजना के अनुसार जब नागिन पे जहर का असर होगा तभी हर गांव के चुने खाश बहादुर योद्धा उस पर हमला कर देगे और उसे पूरी तरह से मार देगे ।

अब सारा दारोमदार रवि पर था । योजना के अनुसार शाम होते ही रवि जंगल के पीछे  वाली पहाड़ी के निचे नदी किनारे बैठ गया और नागिन के आने का इंतेजार करने लगा । वही दूर कुछ गाव के बहादुर लोग रवि पर नजर रखे हुए थे ताकि नागिन के अड्डे का पता चल जाए ।

कुछ ही देर में हवाए शांत हो गई और कीड़ो की आवाजे भी बन्द हो गई । दूर रवि को कोई आता नजर आया ।  वो कोई और नही गोरी नागिन थी ।
वो बहुत ही खूबसूरत थी । उसकी आँखे पूरी नीली थी ।

देखते ही देखते वो रवि के पास आकर बैठ गई ।
रवि ने उसे देखा और बोला क्या हुआ , यहाँ कैसे ।
गोरी नागिन कुछ हैरान हो गई । वो बोली तू मुझे नही जानता मै हूँ गोरी नागिन ।
तभी रवि बोला तो मै क्या करू ।
ये सुनते ही गोरी नागिन को  गुस्सा आ गया ।
तुझे डर नही लग रहा ।

रवि बोला क्यों डरु । आखिर तुम जैसी खूबसूरत परी से कोई कैसे डर सकता है ।
ये सुनते ही नागिन हस पड़ी । और बोली चलो मेरे घर आखिर इतनी रात को यहाँ क्या करोगे ।
रवि बोला ठीक है चलो ।





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