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बाल सफेद क्यों होते है ?


हमारे सिर पर लगभग दस लाख तक बाल होते हैं, वे हमारी त्वचा के बहुत छोटे-छोटे छिद्रों से उगते हैं। इन छिद्रों को फोलिकिल्सथ कहते हैं। हमारे सिर के बाल  एक वर्ष मे लगभग 15 सेंटीमीटर की गति से बढते हैं। जब हमारा शरीर बढना बंद हो जाता हैं तब भी बाल  बढते रहते हैं। लेकिन उम्र होने के साथ-साथ बालों का रंग भी बदलने लगता हैं। वृद्धावस्था  में सभी लोगों के बाल सफेद हो जाते हैं, लेकिन कुछ लोगों के युवावस्थो में ही सफेद हो जाते हैं।
हमारे बालों का रंग काला मेलानिन पिगमेंट Melanin Pigment के कारण होता है यह पिगमेंट चमड़ी के अंदर जहाँ बाल का अंदरूनी भाग होता है जिसे बाल कूप या पुटक (follicle) कहते हैं मे होता है | मेलानिन पिगमेंट वर्णक के कारण बालों मे रंग होता है
वर्णकों के कारण बाल काला, भूरा, या लाल हो सकता है। यह वर्णक वल्कुट की कोशिकाओं में निक्षिप्त होता है। बाल क्यों सफेद हो जाता है, इसका सही कारण ज्ञात नहीं है। यह संभव है कि उम्र के बढ़ने, रुग्णता, चिंता, शोक, आघात, और कुछ विटामिनों की कमी से ऐसा होता हो। डाक्टरों का मत है बाल का सफेद होना वंशागत होता है।
, असल में उनमें मेलानिन पिगमेंट खत्म हो जाता है, इसलिए उनके बाल सफेद हो जाते हैं। बालों का रंग अक्सर त्वचा के रंग पर निर्भर करता है। अगर आपका रंग फेयर है तो बालों का रंग सुनहरा होगा और अगर आप सांवले हैं तो बालों का रंग काला होगा। ये माता पिता पर भी निर्भर हो सकता है की बच्चे के बालो का रग क्या होगा । एक अन्य तरीके से भी समझाया जा सकता है बालों का सफेद होना जीन पर निर्भर है। कई बार जीन का प्रभाव पूरा नहीं होता। इस कारण बाल या तो कम सफेद या सफेद होते ही नहीं।
दवाएं भी बालों की सफेदी के कारणों में से एक है। एक रिपोर्ट के मुताबिक एंटी मलेरिया दवा के प्रयोग से बाल समय से पहले सफेद हो जाते है। खाने में प्रोटीन या आयरन की कमी व विटामिन बी-12 की कमी से भी बाल सफेद हो जाते है।
             क्या कोई इलाज है इसका ।
अगर कहा जाए तो अपने खान पान पर ध्यान रखे जितना हो सके fastfood कम खाए , पानी पिए और समय पर सोय , प्रदूषण से दूर रहे और बालो के लिए  आयर्वेद  की चीजो का इतेमाल करे ।

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